Browse songs by

zi.ndagii haath milaa ... do qadam aur sahii

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image


ज़िंदगी हाथ मिला

साथ चल साथ में आ

उम्र भर साथ रही

हे हे-हे
दो क़दम और सही -४

कोई सूरज की डगर

कोई सोने का नगर

चाँद के रथ पे चले

जहाँ ठहरे ये नज़र

धूप दरियाओं में है

फिर सफ़र पाँवों में है

दिल का आवारा दिया

दूसरे गाँवों में है

आओ चलें हम वहीं

दो क़दम और सही -४

ख़ाब ढलते हैं जहाँ

दिल पिघलते हैं जहाँ

आओ चलते हैं वहीं

वो ज़मीं दूर नहीं

दोस्ती होगी वहाँ

रोशनी होगी वहाँ

उस उजाले के लिये

जल चुके लाखों दिये

एक हम और सही

दो क़दम और सही -४

किस की आवाज़ है सुन

ये नया साज़ है सुन

कौन देता है सदा

चल के देखें तो ज़रा

राह वीरान सही

रात सुनसान सही

हर घड़ी साथ रहे

कितने ग़म साथ सहे

थोड़े ग़म और सही

दो क़दम और सही -४

View: Plain Text, हिंदी Unicode, image