Browse songs by

zikr us pariivash kaa aur phir bayaa.N apanaa - - Rafi

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image


ज़िक्र उस परीवश का और फिर बयाँ अपना
बन गया रकीब आख़िर था जो राजदाँ अपना

मंज़र इक बलन्दी पर और हम बना सकते
अर्श से इधर होता काश फिर मकाँ अपना

दर्द-ए-दिल ख़ूँ कब तक जाऊँ उनको दिखला दूँ
उँगलियाँ फ़िगार अपनी ख़ामा ख़ूँ ज़कार अपना

हम कहाँ के दाना थे किस हुनर में यकता थे
बे-सबब हुआ दुश्मन 'ग़ालिब' आसमाँ अपना

Comments/Credits:

			 % Song Courtesy: http://www.indianscreen.com
		     
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image