Browse songs by

zamii.n bhii vahii hai vahii aasamaa.N

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image


ज़मीं भी वही है, वही आसमाँ
मगर अब वो दिल्ली की गलियाँ कहाँ

यहाँ पर ठिकाना किसी का नहीं
ये ज़ालिम ज़माना किसी का नहीं
यहाँ लुट गए कितने ही कारवान
कहाँ हैं वो दिल्ली की गलियाँ कहाँ

वो उल्फ़त निगाहों में बाक़ी नहीं
वो महफ़िल नहीं है वो साथी नहीं
हुई बंद इनसानियत की ज़ुबाँ
इलाही वो दिल्ली की गलियाँ कहाँ

गया मौसम-ए-गुल बहारों के साथ
वो दुनिया गई ताजदारों के साथ
ज़माना गया रह गई दास्ताँ
वो दिल्ली, वो दिल्ली की गलियाँ कहाँ -३

Comments/Credits:

			 % Transliterator: Arunabha S. Roy
		     
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image