Browse songs by

pat raakho giradhaarii

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image


पत राखो गिरधारी
अब पत राखो गिरधारी
आन पड़ी है शरण तिहारी
एक अबला, प्रभु जी, दुखियारी
पत राखो गिरधारी ...

चुपके चुपके दूर देस से
आया एक ब्यापारी
कर के झूठा प्रीत का सौदा
पूँजी ले गया सारी
पत राखो गिरधारी ...

पापी मन से हँसी हँसी में
भूल हुई है भारी
प्रीत के हाथों उजड़ चुकी है
जीवन की फूलवारी
पत राखो गिरधारी ...

Comments/Credits:

			 % Date: 20 nov 2002
		     
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image