Browse songs by

kyuu.N a.nkhiyaa.N bhar aa_ii.n ... bhuul sake na ham tumhe.n

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image


क्यूँ अंखियाँ भर आई
फिर कोई याद आया
क्यूँ अंखियाँ भर आई

( भूल सके न हम तुम्हें
और तुम तो जाके भूल गये ) -२
रो रो के कहता है दिल
क्यूँ दिल को लगा के भूल गये
भूल सके न हम तुम्हें

बेवफ़ा ये क्या किया
दिल के बदले ग़म दिया
मुस्कुराई थी घडी भर
रात दिन अब रोऊं पिया
एक पलक चंदा मेरे
यूं झलक दिखा के भूल गये
भूल सके न हम तुम्हें

कौनसी थी बैरन घडी वो
जबके तुझसे उलझे नयन
सुख के मीठे झूले में रुमझुम
झूम उठा था पावन सा मन
दिन सुनहरे रातें रुपहली
तुम मिले मैं हुई मगन
आँख खुली तो मैने देखा
देखा था एक झूटा सपन
सपनों के संसार में
मेरा मन भरमाके भूल गये

भूल सके न हम तुम्हें
और तुम तो जाके भूल गये
भूल सके न हम तुम्हें

Comments/Credits:

			 % Transliterator: Hrishi Dixit
% Date: Jan 20, 2000
% Comments: LATAnjali series
		     
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image