Browse songs by

kitanii akelii kitanii tanahaa sii lagii

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image



कितनी अकेली
कितनी अकेली कितनी तनहा सी लगी उनसे मिल के मैं आज
कितनी अकेली

इस तरह खुले नैना आये वो मेरे आगे -२
जिस तरह किसी गहरी नींद से कोई जागे
अब जहान से दूर हूँ कहीं बैठी मैं अलबेली
कितनी अकेली

कितनी अकेली कितनी तनहा सी लगी उनसे मिल के मैं आज
कितनी अकेली




काश वो मेरे बन के पास यूँ कभी आते -२
खुलते द्वार बाँहों के तन दिये से जल जाते
प्यार के बिना है ये मन मेरा जैसे सूनी हवेली
कितनी अकेली

कितनी अकेली कितनी तनहा सी लगी उनसे मिल के मैं आज -२
कितनी अकेली

View: Plain Text, हिंदी Unicode, image