khile jo phuul to mu.Nh chhip gayaa sitaaro.n kaa - - Ghulam Ali
- Movie: non-Film
- Singer(s): Ghulam Ali
- Music Director:
- Lyricist: Shahzad Ahmed
- Actors/Actresses:
- Year/Decade: unknown
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खिले जो फूल तो मुँह छिप गया सितारों का
मिसाल-ए-अब्र चला कारवाँ बहारों का
न मुझसे पूच शब-ए-हिज्र दिल पे क्या गुज़री
ये देख हाल है क्या मेरे ग़म-गुसारों का
नई बहार लिये इक नया चमन खिल जाये
समझ सके कोई मतलब अगर इशारों का
शब-ए-सियाह के लम्हे गुज़ार लेने दो
घड़ी घड़ी न करो ज़िक्र माह-पारों का
हुआ न राह में घायल कोई शग़ूफ़ा भी
रवाँ रवाँ ही रगा क़ाफ़िला बहारों का
आज उन रास्तों पर तन्हाई की धूल उड़ती है
जो तेरे नक़्श-ए-कफ़-ए-पा से सजा करते थे
मुझे भी अहल-ए-जहाँ भूल जायेंगे 'शहज़ाद'
किसे ख़याल है डूबे हुये सितारों का
