kal chaudahavii.n kii raat thii - - Ghulam Ali
- Movie: non-Film
- Singer(s): Ghulam Ali
- Music Director:
- Lyricist: Ibn-e-Inshaa
- Actors/Actresses:
- Year/Decade: unknown
View: Plain Text, हिंदी Unicode,

अंदाज़ अपने देखते हैं आईने में वो
और ये भी देखते हैं कोई देखता न हो
कल चौदहवीं की रात थी
शब भर रहा चर्चा तेरा
कुछ ने कहा ये चाँद है
कुछ ने कहा चेहरा तेरा
१) हम भी वहीं मौजूद थे
हम से भी सब पूछा कि ये
हम हंस दिये हम चुप रहे
मंज़ूर था परदा तेरा, कल ...
२) इस शहर में किस से मिलें
हम से तो छूटी महफ़िलें
हर शख्स तेरा नाम ले
हर शख्स दीवाना तेरा, कल ...
३) कूचे को तेरे छोड़कर
जोगी ही बन जाएं मगर
जंगल तेरे पर्वत तेरे
बस्ती तेरी सेहरा तेरा, कल ...
४) बेदर्द सुननी हो तो चल
कहता है क्या अच्छी गज़ल
आशिक़ तेरा रुसवा तेरा
शायर तेरा इन्शा तेरा, कल ...
बेशक उसी का दोष है
कहता नहीं ख़ामोश है
तू आप कर ऐसी दवा
बीमार हो अच्छा तेरा
Comments/Credits:
% Transliterator: Ravi Kant Rai (rrai@ndsun.cs.ndsu.nodak.edu) % Editor: Anurag Shankar (anurag@astro.indiana.edu)
