Browse songs by

ham aur tum the saathii abhii hai kal kii baat

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image


हम और तुम थे साथी
अभी है कल की बात
आज सफ़र में तुमने क्यों
छोड़ दिया मेरा साथ

कैसे हैं ये अंधेरे ढलते नहीं
मीलों तलक़ उजाले मिलते नहीं
हमारे तुम्हारे
हमारे तुम्हारे जीवन में कैसे आई
ये अंधियारी रात
आज सफ़र ...

जलता है दिल मैं फिर भी खामोश हूँ
किससे करूँ मैं शिकवा क्या दोष दूँ
हमारे तुम्हारे
हमारे तुम्हारे सपने जो सच हुए थे
थामे हैं मेरा हाथ
आज सफ़र ...

Comments/Credits:

			 % Credits: Satish Subramaniam
		     
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image