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Gariibo.n kii duniyaa jahaa.N se niraalii

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ग़रीबों की दुनिया जहाँ से निराली
न कोई शहंशाह न कोई सवाली

हैं ज़रदार दुनिया में ज़र के दीवाने
ग़रीबों के घर प्यार के हैं ख़ज़ाने
ग़रीबों की दुनिया का अल्लाह वाली

जो महलों में जलते हैं घी के चिराग़
तो कुटिया में जलते हैं सीने के दाग़
उधर ज़र की सुर्ख़ी इधर ख़ूँ की लाली

अमीरों के सीने से रहता है दूर
ग़रीबों के सीने में अल्लाह का नूर
ग़ुरूर-ओ-तकब्बुर से सीना है ख़ाली

Comments/Credits:

			 % Date: 16 Nov 2002
% Credits: U V Ravindra
%           Afzal Khan
%           Har Mandir Singh Sachdev ('Hamraaz')
% Comments: Minerva Movietone - Sohrab Modi
%   Co-MDs in this film - Shanti Kumar, D Gadkar
		     
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