Gam kii a.ndherii raat me.n
- Movie: Sushila
- Singer(s): Mohammad Rafi, Talat Mehmood
- Music Director: C Arjun
- Lyricist: Jaan Nisar Akhtar
- Actors/Actresses:
- Year/Decade: 1966, 1960s
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image
रफ़ी: ग़म की अंधेरी रात में
दिल को ना बेक़रार कर
सुबह ज़रूर आयेगी
सुबह का इन्तज़ार कर
ग़म की अंधेरी रात में
तलत: दर्द है सारी ज़िन्दगी
जिसका कोई सिला नहीं
दिल को फ़रेब दीजिये
और ये हौसला नहीं - २
रफ़ी: खुद से तो बदग़ुमाँ ना हो
खुद पे तो ऐतबार कर
सुबह ज़रूर आयेगी
सुबह का इन्तज़ार कर
ग़म की अन्धेरी रात में
तलत: खुद ही तड़प के रह गये
दिल कि सदा से क्या मिला
आग से खेलते रहे
हम को वफ़ा से क्या मिला - २
रफ़ी: दिल की लगी बुझा ना दे
दिल की लगी से प्यार कर
सुबह ज़रूर आयेगी
सुबह का इन्तज़ार कर
ग़म की अंधेरी रात में ...
Comments/Credits:
% Transliterator: Ravi Kant Rai (rrai@plains.nodak.edu) % Editor: Anurag Shankar (anurag@chandra.astro.indiana.edu)