Browse songs by

apanii apanii qisamat hai aabaad koii barabaad koii

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image


अपनी अपनी क़िसमत है
अपनी अपनी क़िसमत है आबाद कोई बरबाद कोई
हाँ अपनी अपनी क़िसमत है

इक वो हैं जिनके होंठों पर खुशियों के तराने रहते हैं
इक हम हैं जिनकी आँखों में अशकों के फ़साने रहते हैं
(है शाद कोई नाशाद कोई)-२
हाय अपनी अपनी क़िसमत है, आबाद कोई बरबाद कोई
हाँ अपनी अपनी क़िसमत है

इक वो हैं जिनके गुलशन में हर रोज़ बहारें आती है
इक हम हैं जिनकी आशाएन पग पग पे कुचली जाती है
(है शाद कोई नाशाद कोई)-२
हाय अपनी अपनी क़िसमत है, आबाद कोई बरबाद कोई
हाँ अपनी अपनी क़िसमत है

Comments/Credits:

			 % Transliterator:Srinivas Ganti
% Date: 21 Feb, 2003
		     
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image