Browse songs by

kahane ko bahut kuchh kahanaa thaa

Back to: main index
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image


मधुबाला:
कहने को बहुत कुछ कहना था टकरायी नज़र शरमा ही गये

तलत:
इक झुकती नज़र को देख सनम हम पिये बिना लहरा ही गये
कहने को बहुत कुछ कहना था

तलत:
ज़ुल्फ़ों की घटाओं में छुप कर जी भर के चला लो तीर-ए-नज़र
उलफ़त की अदा के दीवाने सौ तीर जिगर पर खा ही गये
कहने को बहुत कुछ कहना था

मधुबाला:
तुम राज़-ए-मुहब्बत क्या समझो तुम इश्क़ की बातें क्या जानो
हाये, कच्चे धागे से बँध कर सरकार मेरी तुम आ ही गये
कहने को बहुत कुछ कहना था

तलत:
ऐ साज़-ए-जवानी छेड़ कोई एक गीत सुहाना प्यार भरा
दो प्यार भरे दिल आज मिले मंज़िल को अपनी पा ही गये

मधुबाला:
ऐ रात यहीं पर रुक जा तू ऐ चाँद सितारों मत ढलना
अंदाज़-ए-बयाँ से ज़ाहिर है हम उन के दिल को भा ही गये

दोनों:
कहने को बहुत कुछ कहना था टकरायी नज़र शरमा ही गये
कहने को बहुत कुछ कहना था

Comments/Credits:

			 % Transliterator: Nimish Pachapurkar
% Date: Nov 9, 2002
% Comments: GEETanjali Series
% generated using giitaayan
		     
View: Plain Text, हिंदी Unicode, image